प्रशासनिक लापरवाही के चलते बदहाली का शिकार बना श्री बालाजी आश्रम

कानपुर 12 जून 2019 (गुड्डू सिंह).  दादा नगर नौरैया खेड़ा क्षेत्र में तकरीबन 35 वर्ष पुराना श्री बालाजी आश्रम है। ये आश्रम कभी अपनी हरियाली और तालाबों की वजह से जिले में प्रसिद्ध था आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। आश्रम के तालाबों में कभी दर्जनों कछुये और विभिन्‍न मछलियां पाई जाती थीं पर अब यहां केवल पालीथीन और गंदगी के ढेर ही नज़र आते हैं।

 

यहां के पुजारी महंत छोटे दास ने बताया कि वह बीते 20 सालों से इस आश्रम की की देख रेख करते आ रहे हैं पर सीमित आ‍र्थिक संसाधनों की वजह से अब इसके मेन्‍टीनेन्‍स में दिक्‍कतें आ रही हैं। आश्रम के तालाब सूख रहे हैं, जीव जंतु मरते जा रहे हैं। एक प्रमुख कारण यह है कि यहां आसपास के लोग इस तालाब में गंदगी फैलाया करते हैं। अब ढेर सारा मलबा डाल कर तालाब पाटने की साजिश की जा रही है। मना करने के बावजूद सीवर का पानी यहां तालाब में छोड़ा जाता है। 

 

इन लोगों का मकसद तालाब को पाट कर उसकी बेशकीमती जमीन पर कब्‍जा करके अपना मकान बनाना है। इसी वजह से इस आश्रम के महंत बहुत दुखी हैं कई बार शिकायत करने के बावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुयी है। इस तालाब की वजह से वर्षा जल संचयन हो रहा था जो कि अब समाप्‍त हो गया है और क्षेत्र में भूगर्भजल स्‍तर काफी गिर गया है।